9 Magical Health Benefits of Vitamin E: A Comprehensive Guide
9 Magical Health Benefits of Vitamin E: A Comprehensive Guide
हाय सभी, हेल्दी हमेशा में आपका स्वागत है। मैं हूँ डॉक्टर सलीम और आज इस वीडियो में मैं आपको बताने वाला हूँ विटामिन ई से मिलने वाले नौ मैजिकल हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में। दोस्तों, आज इस वीडियो में मैं आपको ये तो बताऊंगा ही कि विटामिन ई से आपको कौन-कौन से फायदे मिलते हैं, इसके साथ-साथ हम ये भी जानेंगे कि कौन ऐसे लोग हैं जिनको विटामिन ई ज्यादा नहीं लेना चाहिए, विशेष रूप से सप्लीमेंट की फॉर्म में। कौन-कौन से फूड सोर्सेज़ होते हैं विटामिन ई के, ये भी हम जानेंगे, और किस तरह से और कितनी डोज़ में इसको आपको लेना, इस बारे में भी इस वीडियो में हम बात करेंगे। तो चलिए, बिना किसी देरी के इस इंटरेस्टिंग वीडियो को शुरू करते हैं और जानते हैं। इस बहुत ही बेहतरीन विटामिन के बारे में।
दोस्तों, विटामिन ई एक फैट-सॉल्यूबल विटामिन है, जिसका नाम सुनते ही हमें लगता है कि यह एक आम विटामिन होता है, जैसे और सभी विटामिन होते हैं। लेकिन असल में, विटामिन ई बनता है सात अलग-अलग कॉम्पाउंड से, जिन्हें हम अल्फा-टोकोफेरॉल्स बोलते हैं और विटामिन ई के अंदर जितने भी हेल्थ बेनेफिट्स छिपे होते हैं, वो इन अल्फा-टोकोफेरॉल्स यानी इन कॉम्पाउंड्स के अंदर ही छिपे होते हैं।
सबसे पहला और सबसे मुख्य फायदा जो कि विटामिन ई लेने से आपको मिलता है, वो है ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस में आपकी बॉडी के अंदर जो ऑक्सीडेटिव डैमेज होता है, उसको बहुत ही अच्छी तरीके से कम करने का काम करता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें हमारी सेल्स के अंदर जब ऑक्सीजन जाने के बाद केमिकल रिएक्शन्स होते हैं, तो उनके नतीजे में कुछ फ्री रेडिकल्स पैदा होते हैं। ये फ्री रेडिकल्स आपकी सेल्स को डैमेज करते हैं और आपके शरीर में बहुत सारे अलग-अलग तरह के नुकसान पैदा करते हैं। इसके साथ ही, आपकी बॉडी के अंदर ऑक्सीडेटिव डैमेज बढ़ने के साथ-साथ उम्र बढ़ने के कारण स्किन में समस्याएं, किडनी की समस्याएं, हार्ट की नसों में समस्याएं और अन्य कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। विटामिन ई इस प्रक्रिया को कम करने में मदद करता है और आपको बहुत सारे लाभ प्रदान करता है।
दोस्तों, विटामिन ई के और एक महत्वपूर्ण लाभ है कि यह आपके हृदय के लिए फायदेमंद होता है। हमारे हृदय संबंधी समस्याओं के लिए कुछ महत्वपूर्ण कारक होते हैं, जैसे कोलेस्ट्रॉल के बढ़ना, ब्लड क्लॉटिंग का बढ़ना, उच्च रक्तचाप या फिर ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के कारण नसों का कठोर होना या नसों में ब्लॉकेज होना। ये कुछ ऐसे चीजें हैं जो हमारी बॉडी में हृदय संबंधी समस्याओं को उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
अब क्योंकि विटामिन ई आपकी बॉडी में स्ट्रेस को कम करता है और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, यह आपकी बॉडी में बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और आपके रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है, और इसे नॉर्मल रेंज में रखता है। इसलिए, इन सभी चीजों के कारण सामूहिक रूप से कहा जा सकता है कि विटामिन ई लेने से आपका हृदय स्वास्थ्य सुदृढ़ रहता है और इससे हृदय संबंधी विभिन्न बीमारियों के खतरे में काफी हद तक कमी होती है।
विटामिन ई के लेने का तीसरा फायदा है कि इससे नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर रोग के लिए सहायक हो सकता है। यह रोग उन लोगों में हो सकता है जिनके लिवर में वसा संचयन होता है, और इसके कारण उनका लिवर कमजोर हो जाता है और सामरिक रूप से सिरोसिस के विकास का खतरा भी हो सकता है। अगर आपको नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर रोग है और आप विटामिन ई लेते हैं, तो इससे आपको बहुत फायदा मिल सकता है क्योंकि यह विटामिन आपके लिवर में जमा होने वाले वसा को कम करने में मदद कर सकता है।
विटामिन ई का चौथा फायदा महिलाओं के लिए होता है, विशेष रूप से युवा महिलाओं और किशोरी लड़कियों के लिए। यह विटामिन आपके शरीर में नामी नामक एक समस्या को तेजी से और सुखद ढंग से नियंत्रित कर सकता है। आमतौर पर इस समस्या में मासिक धर्म के समय पेट के निचले हिस्से में दर्द और क्रैम्प्स का अनुभव होता है, जो बहुत असुविधाजनक होता है और जिसका दैनिक जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, इस पर बहुत सारी शोधें भी हो चुकी हैं जिनसे पता चला है कि यदि आप मछली का तेल या विटामिन ई के पूरक सेवन करते हैं या यदि आप दोनों चीज़ों को साथ में लेते हैं, तो इससे आपको बहुत फायदा हो सकता है। विटामिन ई आपकी त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी एक अद्वितीय विटामिन है। यदि आप विटामिन ई लेते हैं, तो इससे आपके शरीर में त्वचा के अंदर के प्रोटीन का उत्पादन बढ़ता है, जो आपकी त्वचा को ढंग से कसकर रखता है और उसकी बनावट को सुधारने में मदद करता है। यह आपके बालों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा होता है। इसके साथ ही, विटामिन ई आपके मस्तिष्क के संज्ञानात्मक कार्य को भी सुधारता है, जिसका मतलब है कि आप चीजों को देखकर उन्हें अपने मस्तिष्क में याद रखने की क्षमता बढ़ती है। यह आपकी याददाश्त और मेमोरी को भी सुधारता है।
और इसके साथ-साथ बुजुर्गों के शरीर में उम्र के साथ अल्ज़ाइमर रोग के खतरे का आरंभ हो जाता है, जिसे हम अंग्रेजी में "Alzheimer's disease" कहते हैं। इसमें आपका ब्रेन काम करने में कमजोर हो जाता है, आप ऐसा कह सकते हैं। तो यह अल्ज़ाइमर रोग का खतरा भी आपके अंदर विटामिन ई को नियमित रूप से लेने से कम हो सकता है। विटामिन ई बुजुर्गों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण विटामिन है। वैसे तो सभी विटामिन बुजुर्गों के लिए जरूरी होती हैं, लेकिन विशेष रूप से विटामिन ई एक ऐसा विटामिन है जो बढ़ती उम्र के कारण आपके शरीर में होने वाली अलग-अलग समस्याओं को कम कर देता है।
इसके साथ-साथ यह आपकी बोनस को और जॉइंट्स को भी हेल्दी बनाता है और उनकी मोबिलिटी को इंक्रीस करता है और आपकी इम्युनिटी के लिए बहुत ज्यादा जरूरी होता है। क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ आपकी इम्युनिटी कमजोर होने लगती है, तो वहां भी इसकी मदद से आपको काफी ज्यादा फायदा मिलेगा और बार-बार जो बुजुर्गों में बीमार पड़ने की समस्या होती है, वह हद तक कम हो जाएगी। विटामिन ई आपके लंग फंक्शन के लिए, यानी आपके फेफड़ों के लिए और सांस लेने वाली प्रणाली के लिए भी बहुत बढ़िया चीज है। विटामिन ई आपके फेफड़ों के अंदर पॉल्यूशन के असर को कम करता है। पॉल्यूशन आजकल एक ऐसी चीज है दोस्तों जिससे कोई भी बचा हुआ नहीं है, चाहे आप किसी छोटे शहर में रहते हो या बड़े शहर में रहते हो, सभी जगह पॉल्यूशन का हाल बहुत बुरा है। तो अगर आप विटामिन ई नियमित रूप से इस्तेमाल करेंगे तो इससे पॉल्यूशन का जो असर आपके फेफड़ों पर पड़ता है, वो कम हो जाएगा। अस्थमा जैसी समस्या जो आजकल बहुत कॉमनली देखी जा रही है, इसी पॉल्यूशन की वजह से इसका खतरा कम हो जाएगा, आपके लंग्स स्ट्रॉंग बनते हैं और सबसे बड़ी चीज कि आपके लंग्स की जो इम्युनिटी होती है, वो बढ़ जाती है, जिसकी वजह से लंग्स के अंदर बार-बार इन्फेक्शन नहीं होते हैं। विटामिन ई आपके अंदर इन्फर्टिलिटी, चाहे वो मेल इनफर्टिलिटी हो या फीमेल इनफर्टिलिटी हो, इन दोनों ही चीजों में काफी ज्यादा बेनिफिशियल एफेक्ट देता है।
दोस्तों, विटामिन ई के इस्तेमाल से आपकी स्पर्म काउंट इंक्रीस होती है और आपके स्पर्म की ओवरऑल हेल्थ इंप्रूव होती है। जो है आपके वो स्वस्थ बनते हैं का जो अह रिलीज होता है, वो समयबद्ध होता है। आपकी मेंस्ट्रुअल साइकल भी इससे रेगुलेट होती है और ये सभी चीजें आपकी इन्फर्टिलिटी की समस्या को ठीक करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। अब सवाल आता है कि जब विटामिन ई इतनी अच्छी चीज है तो इसको आपको किस तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए, कौनसी खानेपीने की चीजें हैं जिनके अंदर विटामिन ई पाया जाता है। अच्छी मात्रा में तो सबसे पहली जो रेकमेंडेशन है दोस्तों, मेरी आपको विटामिन ई लेने के लिए वो है वीट जर्म ऑइल (गर्म तेल) के अंदर काफी अच्छी मात्रा में और काफी अच्छी क्वालिटी का विटामिन ई आपको मिलता है। इन फैक्ट, एक टेबलस्पून गर्म तेल अगर आप रोजाना लेते हैं, तो इससे आपकी दिन भर की जो रिक्वायरमेंट है विटामिन ई की वो पूरी हो जाती है।
इसके अलावा आप सनफ्लावर सीड्स भी ले सकते हैं, इनके अंदर भी काफी अच्छी मात्रा में आपको विटामिन ई मिलता है। अगर आप एक टेबलस्पून सनफ्लावर सीड्स लें, उन्हें थोड़ा सा रोस्ट करें तवे पर, ड्राई रोस्ट करना है, घी भी नहीं डालना है। और उसके बाद इसको आप रोजाना खा लें, तो इससे भी आपको काफी अच्छी मात्रा विटामिन ई मिल जाएगा। नट्स की अगर हम बात करें तो बादाम के अंदर और मूंगफली के अंदर भी काफी अच्छी मात्रा में आपको विटामिन ई मिलता है, तो इनको भी आप ले सकते हैं। सब्जियों की अगर हम बात करें तो ब्रोकोली, पालक और टमाटर ये तीन ऐसी सब्जियां हैं जिनके अंदर सबसे अच्छी मात्रा में आपको विटामिन ई मिलता है। फ्रूट्स की अगर हम बात करें तो कीवी, मैंगो और एवोकाडो ये तीन ऐसे फल हैं जिनके अंदर सबसे ज्यादा मात्रा में आपको विटामिन ई मिलता है। तो इन फलों को भी आप इस्तेमाल सकते हैं।
इन चीजों के साथसाथ आप चाहें तो विटामिन ई के सप्लीमेंट भी ले सकते हैं। बहुत सारी कंपनियाँ विटामिन ई के सप्लीमेंट बनाती हैं, तो किसी भी अच्छी कंपनी का विटामिन ई आप ले सकते हैं। कितनी डोज़ में इसको आपको सप्लीमेंट की फॉर्म में लेना है, तो आमतौर पर दो सौ एमजी या चार सौ एमजी की फॉर्म में आपको ये कैप्सूल मिलते हैं। वैसे तो आठ सौ एमजी में भी आते हैं, लेकिन उतना हाई डोज़ आपको नहीं लेना है। तो आप दो सौ एमजी या चार सौ एमजी वाले कैप्सूल रोजाना एक विटामिन ई का खाना खाने के बाद ले सकते हैं। एक चीज जिसका आपको खास ध्यान रखना है, दोस्तों, वो ये कि विटामिन जो है ये फैट सॉल्यूबल विटामिन होता है। अगर आप इसको ज्यादा क्वांटिटी में या बहुत ज्यादा लंबे समय तक लेते हैं तो ये आपकी बॉडी में जमा होने लगता है और इसकी वजह से साइड इफेक्ट्स आपके अंदर हो सकते हैं। तो कभी भी आपको अगर स्पशिफिकली आप सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो आपको नेचुरल सोर्सेज़ में कोई दिक्कत नहीं आती है। लेकिन अगर आप सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो आपको एक बार में तीन महीने से ज्यादा इसका सप्लीमेंट नहीं लेना है। इसके अलावा, अगर आप कोई एंटीकॉगुलेंट दवाएं ले रहे हैं, यानी ऐसी दवाएं जो खून को पतला करने वाली होती हैं, तो ऐसे लोगों को विटामिन ई नहीं लेना चाहिए। अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो उस केस में आपको बिना डॉक्टर की सलाह के विटामिन ई नहीं लेना चाहिए और इसके साथसाथ, अगर आप बच्चों को विटामिन ई दे रहे हैं तब भी आपको एक बार पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए। मुझे उम्मीद है आज की ये वीडियो आपको जरूर पसंद आई होगी और इससे आपने कुछ नया जरूर सीखा होगा। अगर ये वीडियो आपको अच्छी लगी है तो इसे लाइक कीजिए, चैनल पर नए हैं तो इसको सब्सक्राइब कीजिए और सभी के साथ शेयर कीजिए। मैं डॉक्टर सलीम आपसे फिर मिलूंगा एक नई वीडियो में। तब तक के लिए अपना बहुत ध्यान रखिए, हंसते रहिए, रोज़ कुछ ना कुछ नया सीखते रहिए। ताकि आप हमेशा स्वस्थ रह सकें।
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